प्यारे बाबा जी आपकी बायोग्राफी के अनुसार जिस दिन आप ने साइंस एंड गॉड इसके बारे में भाषण दिया उसी दिन आपके जीवन में क्रांतिकारी घटना घट गई अगर आज आपको कहा जाए कि साइंस एंड गड इसके बारे में बोलिए तो आप क्या बोलेंगे भान चंद दु सोही मैं कहूंगा विज्ञान भगवान का दुश्मन है चौकी मत अंतरिम गहराइयों पर लिया गया [संगीत] निर्णय अपने अनुभवों से विज्ञान परमात्मा का दुश्मन है जिस व्यक्ति ने परमात्मा के उस प्यारे से तल को छूना है वह विज्ञान के खोपड़ी से भरे हुए है इस विषय के ऊपर कभी ना जाए विज्ञान संघात है परमात्मा की राह
में आपको जानकर आश्चर्य भी होगा शायद उस परमपिता ने यही सोचकर यह फैसला किया होगा और अगर उस दिन यह घटना ना घटी होती तो मैं किसी ब अस्पताल में छोटे अस्पताल में मनुष्य के शरीर को काट पीट रहा होता अगर आज मुझे बोलना पड़े तो मैं कहूंगा विज्ञान को उतना ही रखो जितना तुमने समझ लिया है बस इससे ज्यादा नहीं बहुत से तथा कथित समझदार बुद्धिमान लोग मेरी बातों पर क्रोधित हो गया मैं खुद विज्ञान का खिलाड़ी यह भाषा बोल र भविष्य के लिए म मक्ष के लिए मेरा यह संदेश विज्ञान की तरफ मत जाइए विज्ञान बड़ी से बड़ी बाधा है क विज्ञान परमात्मा का
प्रतिद्वंदी बनने का भ्रम पैदा करता है और विज्ञान कभी परमात्मा बन सकता नहीं कोशिश करता है परमात्मा का शरीक बनने का इसलिए जब से जैसे जैसे विज्ञान तरक्की करेगा मनुष्य उस लुत्फ से वंचित होता चला जाएगा जिस लुत्फ को हजरत ने चखा मूसा ने चखा ईसा ने चखा शंकर ने चखा राम और कृष्ण ने चखा परमात्मा की राह में बड़े से बड़ा रोड़ बुद्धि है और विज्ञान बुद्धि के साथ तादात में को बढ़ाता है बुद्धि के बिना विज्ञान खोजा नहीं जाता और जितना बुद्धि से आप काम लोगे बुद्धि के प्रति लिप्त होते चले जाओगे बुद्धि से लिप्त होने की संस्कारित
होते जाओगे और एक दिन आप भूल ही जाओगे कि मैं किस राह पर चला था जो मजा चखा कबीर ने जो मजा चखा नानक देव ने आज कहां है वो लोग कतारों की कतारें पर मात्मा के रस को पीने वाली एक जमाने में सैकड़ों सैकड़ों लोग होते थे क्षमा करना मुझे आज ढूंढे से मिलते हैं मिलते हैं तो भीतर फ्रॉड का जहर भरा है कैसे लूट ले दूसरों को विज्ञान और धन परमात्मा के शरीक बनकर खड़े हो गए देखिए कैसे आज धन के प्रति लोग दीवाने हैं लोग जाते हैं आध्यात्मिक गुरुओं के पास मांगते हैं धन वैभव क्या जमाना आ क्या तुम शायद सोचते होगे जब जहाज नहीं थे चकड़े थे
जब गाड़ियां नहीं थी कार नहीं थी हेलीकॉप्टर नहीं थे तो मानव बड़ा सुखी होता दुखी होता होगा बड़ी से बड़ी गलती है तुम्हारी तुम नई खोज कर लेते हो नाचने लग जाते हो इस बात का दतक है कि तुमने परमात्मा के शरीक को और ज्यादा बढ़ावा दे दिया और मेरी बात को आज ध्यान से समझ लेना क्योंकि जैसे जैसे वक्त बीतता है वैसे-वैसे मैं उस अपने अंत के करीब आ रहा हूं और यह सत्य है प्रत्येक व्यक्ति आता है विज्ञान को तो भूल के भी मत छेड़ लेना विज्ञान आनंद का नाशक है तुम नहीं जानते हम लोग रा को पहचानने वाले लोग तुम्हारे मुरझाए चेहरों से बखूबी जान
लेते हैं कि तुम तो खुश भी नहीं हो आनंद तो बहुत दूर की बात है और यह हुआ सिर्फ विज्ञान के कारण बड़ी प्यारी थी जिंदगी जब छकड़ा [संगीत] परमात्मा के करीब गति बढ़ती जाएगी परमात्मा से दूरी और बैल गाड़ियों का जमाना तुम नाक भू स कोड़ोगे लेकिन जो संत उस तल पर पहुंच गया उस वक्त को प्रणाम करेगा आज हम जिस जमाने में हैं अभी रोज रोज विज्ञान तरक्की करता जाएगा और न जाने कहां तक तरक्की करेगा खोजे का उसकी बनाई हुई सर्जना के भीतर और बहस करेगा बहस करेगा क्योंकि वह सब जानता है और वह जो जानता है उसे आनंद की दूर दूर तक पुल काहट नहीं
मिलते आनंद छोड़िए सुख भी तो नहीं मिलता तुम्हे आज तुम्हारे पास सब दे दिया विज्ञान ने ना सर्दी सताती है ना [संगीत] गर्मी सारा बंदोबस्त है तुम्हारे पास हीटर है एयर कंडीशन है लेकिन कहां तुम सुखी हो सुखी भी तो नहीं हो मौत का का एक दिन मय है नींद क्यों रात भर नहीं आती आधा अमेरिका नींद की गोलियां लेकर सोता है बड़ी छलांग लगा रहा था ओपन हाइमर जिस दिन परमाणु विस्फोट का प्रयोग किया गया और वह शायद जानता भी नहीं था कि यह परमाणु का आविष्कार मानव की जिंदगी में से चैन तो छीनेगा ही आनंद भी छीन लेगा कहां है वो रस
तुम्हारे चेहरों से नजर आता है ना तुम्हारे अंत से नजर आता है तुम कहीं भी उस आनंद को उस रस को पीने के कवायद में लगते नहीं मुझे मुझे तुम्हारे भीतर दुख और दुख और दुख की परत हर हुए जवारी की तरह ल तुम्हारे लटके हुए चेहरे तुमने पूछा मैं आज क्या कहूंगा मैं कहूंगा जहां तक आ गए रुक जाओ तुम जो करोगे चित्रकारी करोगे और तुम्हारी चित्रकारी तुम्हारे भीतर के उस प्यारे प्यारे तल को समाप्त कर देग जिसको पीकर तुम निहाल हो जाते हो मैं यह जो शब्द बोल रहा [संगीत] हूं तुम सिर्फ उस की आहट ही देख सकते हो आवाज नहीं तुम सिर्फ कलू ही पहचान सकते हो कि
मैं क्या बोलना चाहता हूं लेकिन मैंने क्या पी लिया है जिसके कारण मैं यह बोलना चाहता हूं वो तुम्हें कभी पता नहीं चलेगा आगे आगे विज्ञान तरक्की करता जाएगा और जितना विज्ञान तरक्की करता जाएगा तुम समझ लेना मनुष्य की बर्बादी उतनी करीब बर्बाद होना मैं इन महर का ढह जाना नहीं कहता बर्बाद होना कहता हूं मैं जो तुमसे तुम्हारा आनंद छीन ले तो तुम बर्बाद हो गए मनुष्य के जीवन की चरम ऊंचाई विज्ञान तुमसे छीन लेता है आज मीडिया ही मीडिया है आज प्रचार ही प्रचार है फुहार नहीं है आनंद के सुख का आरम कहीं नजर आता नहीं दो घड़ी तुम आराम
से नींद ले लेते थे वह भी आज गुम हो गई है और तुम इसे उन्नति कह रहे हो यह तरक्की ईश्वर ना देता तो ज्यादा अच्छा था साइंस एंड गॉड का सीधा सा मोरल अगर तुम उससे पूछोगे तो ही संकोच एक प्रतिशत का लाख मा हिस्सा भी मेरे भीतर किसी प्रकार का कोई संदेह नहीं विज्ञान घातक है विज्ञान विनाशक है विज्ञान तुम्हारे ईगो को बढ़ाता है और ईगो तुम्हारे आनंद का नाश कर छोड़ो आनंद की बात हैं विज्ञान तुमसे सुख तक खींच लिए हैं तुम्हारा सुख भी समाप्त कर दिया विज्ञान ने ठीक तुम कहोगे एटॉमिक पावर प्लांट लगा दिया हम जो नहीं कर सकते थे वह कर रहे
हैं अगला मिशन होगा तुम्हारा मंगल पर जाने का चंद्रमा पर तुमने पाम रख लिया है और मंगल के बाद न जाने तुम कहां जाओगे और जहां भी जाओगे वह बहुत दूर है उपनिषद का यह वाक्य याद रखना साइंस अगर नहीं है तो वह बड़ा करीब है करीब से करीब अगर साइंस आड़े आती है तो वह बड़ा दूर है उसकी कोई और छोर नहीं तुम ढूंढ भी ना पाओगे तुम्हारी जेम्स वेव टेलिस्कोप से ज्यादा हजार गुना पावरफुल अगर और भी बन जाए तो तुम उसका अंतिम छोर ना पा सको ठाए चलती रहेगी तुम नई नई खोजें करते रहोगे ए आई का जमाना आ गया सब काम रोबोट कर लेंगे लेकिन तुमने तो तुम्हारा चैन भी खो
दिया उस रस की बात तो तुम कल्पना भी नहीं कर सकते ध्यान रखना जो लोग कहते हैं इनलाइटनमेंट नहीं होता वह प्रत्यक्ष रूप से कहते हैं कि रस नहीं है आनंद नहीं सुख है लेकिन सुख भी कहां है खोपड़ी की दलीलों में तर्कों में सुख ढूंढते हो तुम कैसा जमाना आ गया कैसे कैसे लोग हमारे उपदेशक बन गए तुम कहते हो दुनिया का अंत आ जाएगा मेरी दृष्टि में दुनिया बहुत पहले खत्म हो चुकी है जिस दिन विज्ञान ने एटम की खोज कर ली थी ओपन हाइमर ने उसका अमेरिका के मरुस्थल में परीक्षण कर लिया था उस दिन रस का अंतिम दिन था बस रस उस दिन खत्म हो
गया अब रस को ढूंढने वाले नहीं बचेंगे रस को ढूंढने की पीने की क्षमता भीतर हिलोरे मारेंगे लेकिन तुम बिल्कुल असहाय हो जाओगे विज्ञान ने तुम्हारे हाथ पाव बेड़ियों से जकड़ दिए विज्ञान ने ऐसे ऐसे अकार कर दिए चका चौध में तुम खो जाओगे और चका चंद ज्यादा हो तो बुरी होती है जैसे सूरज तुम आंखों से बड़े मनोहारी दृश्यों को देखते हो लेकिन अगर सूरज को खुली आंख से देखते रहोगे तो ध्यान रखना अंधे हो जाओगे ज्यादा चका चौद भी बुरी होती है बस आज विज्ञान ने वो चका चौच पैदा करती रस खो जाएगा बिला शक खो जाएगा और मुझे अफसोस है इस बात
का जिन्होंने पाठशाला का मुखड़ा नहीं देखा व उस भीतरी अंतरिम तल पर जाकर बैठ गए और बड़ा आनंद पिया उन्होंने भर भर के रस पिया अणु की खोज होते ही मैं ये कहने की जरूरत करूंगा और ये जरूरत सही है रस तो खो ही दिया तो बिला शक तुमने सुख भी को दिया और आगे आगे तुम देखोगे हर वक्त हम बैठे नहीं रहेंगे और हर वक्त तुम भी बैठे नहीं रहोगे कोई नहीं रहा और कोई नहीं रहेगा लेकिन यह शब्द चलते ही चले जाएंगे तुम दिन दुखी दरिद्र होते ही चले जाओगे तुम यह कह सकते हो हम दरिद्र नहीं होंगे हम खुश हाल होंगे लेकिन जो व्यक्ति भीतर से फटे हाल
होता है जिसको भीतर से रस पीने को नहीं मिला वह सबसे बड़ा कंगाल उससे बड़ा कोई गंगाल बाहर हीरे मोती रतन जड़ित पोशाकों पहनते रहो सोने की जूतियां पहनते रहो सिर पर मुकुट सजाते रहो हिरे जवाहरात मणियों से जड़ित लेकिन अगर भीतर खोखा तो खुद के साथ धोखा विज्ञान ने तुम्हें खुद से धोखा देना सिखा दिया यह दिन है विज्ञान के आज अगर मैं बोलूंगा तो वो नहीं बोलूंगा जो उस दिन बोला था उस दिन मैं परमात्मा को नहीं जानता था परमात्मा के बारे में छोड़ो परमात्मा को नहीं जानता था आज मैं परमात्मा के बारे में भी जानता हूं और परमात्मा को भी मैंने पी लिया
है तो आज मैं ऑथेंटिसिटी से बोलता हूं मेरा प्रत्येक शब्द एक एक शब्द अनुभव की प्रमाणिकता से आएगा ना किसी किताब से आएगा ना किसी शास्त्र से आएगा ना किसी गुरु मुख से आएगा एक एक शब्द अनुभव से आएगा विज्ञान परमात्मा का शरीक कंपीटीटर मुकाबले में खड़ा है और इसने ब्रह्म पैदा कर दिया है अगर विज्ञान अपनी सर्वोच्च ऊंचाइयों पर हो तो हम परमात्मा को हरा देंगे जीत लेंगे तुम भूल गए एक एक कण जो तुम विज्ञान के भीतर प्रयोग करते हो उसके हाथों से सजा है यह भूल जाते हो तु इसलिए तुम्हारे मार्कस कहते हैं वह है नहीं धर्म फीम का एक नशा है और आज उसकी बात
साकार है क्योंकि जब प्रचारक ऐसे हो जाए जो रावण से बातें करने लगे फोन लगा के जो कबरी किशोरिया सुहाग के सेज सजाने की बातें करने लगे और सुनने वालों को मूर्ख समझने लगे कि जो सुन रहे हैं वह मूर्ख हैं तो समझ लेना विनाश शुरू हो गया है अब ये कहां रुकेगा यह तो मैं नहीं जानता लेकिन मैं इतना जानता हूं कि तुम्हारी बर्बादी का आलम मानवता की बर्बादी का आलम शुरू हो गया अल्बर्ट आइंस्टीन से किसी ने पूछा था मिस्टर अल्बर्ट हाउ द थर्ड वर्ल्ड वर विल बी कॉल्ड तीसरा विश्व युद्ध कैसे लड़ा जाएगा आइंस्टीन ने बड़ी सहज मुद्रा में गंभीर
स्वर में हल्की सी मुस्कुराहट लिए जवाब दिया आई डोंट नो हाउ द थर्ड वर्ल्ड वार विल बी क्ड बट आई नो ट द फोर्थ वर्ल्ड वार विल बी क्ड बाय द स्टोन मैं नहीं जानता कि तीसरा विश्व युद्ध कैसे लड़ा जाएगा लेकिन मैं यह जानता हूं कि चौथा विश्व युद्ध पत्थरों से लड़ा जाएगा निसंदेह इस बात में कोई गलती नहीं दुरुस्त है य बात तुम्हारा चैन तु कर तुम्हारा रस वह मस्तानी जिंदगी और बच्चों की लखला हट वो नाच भीतर से उठता हुआ विज्ञान ने छीन लिया कला छीन ली विज्ञान ने तुम्हारी खपड़िया बढ़ा द तुम्हारी सूचनाएं बढ़ा द नॉलेज बढ़ा
द अधिकार है ऐसी सूचनाओं पर जिनकी कीमत पर तुमने यह सूचनाएं उपलब्ध की और बड़ी भारी कीमत चुका दी तुमने विज्ञान ने हमसे बहुत भारी कीमत वसूल कर ली तुम्हें अभी पता नहीं है तुमने क्या खो दिया लेकिन जिन्होंने जाना उस तल को उन्होंने यह भी जाना कि तुमने क्या खो दिया अभी तो तुमने जाना ही नहीं सच तो अभी तो तुमने उस दिशा में मुखड़ा भी नहीं किया अभी तो उधर पीठ के खड़े हो जिस दिन वहां उस तरफ मुखड़ा कर लोगे और उसके थोड़ा सा करीब पहुंचो ग तो समझ आएगा कि विज्ञान ने कितनी बड़ी गलती कर दी सुविधाओं के कारण हमने आत्मा बेचते
हैं और ये दुखद है मानवता के लिए एक बड़ी त्रास दी है ये मेरी इस बात को मानवता याद रखे रुकेगा तो कोई नहीं कोई किसी के कहने से कभी रुका नहीं और कोई रुकेगा नहीं विज्ञान और वैज्ञानिक चलते ही रहेंगे लेकिन आज नतीजा तुम भुगत रहे हो देख रहे हो लेकिन आंखें बंद है क्या हो रहा है तुमने तरक्की कर ली दुनिया में 22 जगह पर इस वक्त जंग चल रही है और यह तो बाहर का आंकड़ा है लेकिन अगर तुम सही पूछोगे तो हर घर में जंग चल रही है रोज नए नए खिलाड़ी उत्पन्न होते हैं वोह कुंभ जिसमें आनंद का रस मूसलाधार बारिश की तरह वर्ष करता
था आज आईआईटी के मूर्ख लोगों से भरा पड़ा है जहां पूछा जाता था उसका रास्ता वो कुंभ जो 12 वर्ष के बाद आता था त्र संगम पर और वहां उनके संतों से पूछा जाता था रास्ता वहां जाने का और सुगम रास्ता बहुत अफसोस की बात है वहां मूर्खों ने घर कर लिया है अभी कल ही मुझे फोन आया बाबा आप चार दिन हमारे साथ रहे बड़ा आनंद आया मैं कहीं गया नहीं मैं यहीं बैठा हूं वर्षों से मुद्दतों से मैं कमरे में आराम कर रहा और वो मुझे कहते हैं कि बाबा आप चार दिन हमारे साथ रहे अब येे नई नई व्यवस्थाओं को जन्म देंगे लोग ना तो मैं गया हूं ना मैं हिला हूं
मैं यहीं पर हूं ना ही मैंने किसी सिद्धि का प्रयोग करके वहां गमन किया है मैं ऐसी दुष्ट जगह पर जाना ही नहीं चाहता मैं जानता हूं आज क्या होकर रह गया है वहां जो गए हैं बखूबी पता चल गया कि इन थोड़े से सालों में कितना बदल गया इंसान आज वहां परमात्मा का रस पीने वाले कितने लोग मुश्किल से दो चार हैं मेरी नजर में लेकिन वह बोलते कुछ नहीं चुपचाप चले जाएंगे आज नहीं कल चले जाएंगे और भीड़ बोलती रह जाएगी भीड़ इंटरव्यू देती रह जाएगी और यह मास्टर रस के चुपचाप खिसक जाएंगे और तुम इन्हें पहचान भी ना सकोगे क्योंकि इन्होंने सुनहरी वस्त्र
नहीं पहने यह चीथल में है तुम इन्हें नहीं पहचान पाओगे तुम उन्हें पहचान पाओगे जो चिमों का धुआ भीतर लेकर जाते हैं और बाहर फेंक देते हैं तुम उन्हें संत कहते हो विज्ञान ने बहुत तरक्की करली जिस वातावरण में ऑक्सीजन की भरमार होती थी रासायनिक प्रदूषण फैला पड़ा है रोज रसिया विस्फोट कर देता है रोज इजराइल विस्फोट कर देता है मास कर देता है और यह सब शरारत है अमेरिका के तुम्हें पता नहीं अमेरिका अमीर क्या हो गया लोगों का विनाश निश्चित करने पर तुल गया और मैंने कल परसों भी एक बात कही थी यह जो मूर्ख आया है ना अब ट्रंप मैं कोई राजनीतिक व्यक्ति
नहीं लेकिन मैं मेरी प्रज्ञा से बोलने वाला व्यक्ति मैं बॉडी उस को बखूबी समझता हूं और उसको भी छोड़ो ओरा को बहुत अच्छी तरह से जानता हूं इस मूर्ख व्यक्ति का ओरा बर्बाद कर देगा तुम्हें अमेरिका वालों ने विश्व की बर्बादी को चुन लिया है मैं मजाक नहीं कर रहा जिस दिन पहले दिन इसकी फोटो मुझे दिखाई गई इज गोइंग टू बी प्रेसिडेंट ऑफ अमेरिका मैंने कहा यह तो ऐसा लगता है जैसे जेल के जेल से भाग के आया हो या कोई क्राइम करके आया हो या कोई क्राइम करने वाला हो और मैं सत्य बोलता हूं मुझे किसी का डर भह नहीं निश्चित रूप से यह पागल
है यह भीतर से पागल है ही शुड बी एग्जामिन एंटायस जेंट तुम्हारी बड़ी से बड़ी मशीने एमआरआई या बड़ी भीतर भीतर के ऑर्गन को तस्वीरों में खेंच लाएंगे लेकिन हमारे पास बड़ी पारदर्शी नजर है हम तो तुम्हारी आत्मा तक को खींच लगते हैं बा यह विश्व के लिए कोई शुभ संदेश नहीं पहले ही बहुत में बहुत मुल्कों में पागल लोग राज कर यह एक नया पागल आ गया विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली लेकिन तुम्हारे सुख ने कितनी तरक्की की तुम्हारे आनंद ने कितनी ऊंचाइयों को छुआ आज मैं मानवता को दीन हीन भीतर की दरिद्रता कंगाल सा से युक्त विपन्नता के दरवाजे बखड़ा हुआ देखता
हूं जरा भी संपत्ति नहीं है उसके पास वो संपत्ति जिसके पाने से लोग प्रचुर होते आनंद में आ जाते हैं वो स्वाद जो पाया हजरत ने जो ई ने पाया और ध्यान रखना वह कोई सैकड़ों सालों की उम्र से नहीं मिला करता तुम चौक ना भी मत और हैरान भी मत हो ब कुछ एक परों की बात होती है बस इतनी सी जिंदगी बहुत है उसको पीने के लिए और अगर मैं आज उस रस को ना पिया होता तो मैं आज परमात्मा से यही कहता कि मुझे बस वह उतने ही लमहे दे दे जिसमें तू बरसा था बस फिर जीवन समाप्त करता हाथ में तो उसके ही है जब बरसता है तो निहाल कर देता है बस बरस
जा और हटा ले मुझको इस संसार से हटा ले एक बार उतना वरस जा लेकिन अब तो वह बरस चुका है तुम्हारे लिए फरयाद करता हूं य प्यार की वह घड़ियां जब वह बरसता है तो हमारी जिंदगी को बाहर भीतर से नहला जाते हैं वो थोड़े से परल तुम्हारी जिंदगी की सही अमानत है सही संपत्ति है तुम्हारे लंबी लंबी उमरिया कुछ [संगीत] छोड़ो यह भी तुम मूर्खता के कारण मोड़ता के कारण लंबी उम्र मांगते हो वरना करना क्या होता है प्रेम का वोह पुजारी 33 साल जिया जीसस क्राइस्ट कोई बहुत ज्यादा उम्र इन्होंने भोगी नहीं शंकर कितने थे 33 वर्ष हजरत कितने थे 61 62
साल नानक कितने थे यही सतर महावीर 7 मोर देन सफिशिएंट इतनी उम्र बहुत होती है जिंदगी की ना टूटे लड़ी प्यार कर ले घड़ी दो घड़ी हो लंबी लंबी उमरिया को [संगीत] छोड़ो लंबी लंबी उमरिया को छोड़ो प्यार की एक घड़ी है बड़ी प्यार कर ले घड़ी दो घड़ी जि बहुत जी और तुम उन लोगों को सत्कार देते हो जो है नहीं तुम कहते हो आज बाबा महावतार 4000 साल की बैठ कोई महा अवतार बाबा नहीं व थोड़ी सी उम्र भोग के चला गया और ज्यादा उम्र कोई क्वालिफिकेशन नहीं क्वालिफिकेशन है ज्यादा रस में होना फूल बड़ा कितना भी हो अगर सुगंधी ना हो
तो फिर महज कुछ केमिकल जी होते हैं रासायनिक लेकिन फूल अगर छोटा भी हो और सुगंध से भरा हो उसके करीब ही जाकर तुमहे नासा पुट को आनंद मिलता है जीवन का रवा रवा तुम्हारा खेल जाता है और बड़े फूल के पास तो तुम खड़े निहारते रहोगे कुछ भी ना मिलेगा जिसमें सुगंध ना हो उसके बड़े होने की औकात क्या है छोटा सा फूल हो लेकिन सुगंध प्रगड़ हो वो होता जीवन जो खुद भी सुगंध मान होता है और दूसरों को भी पुलकित करता है जो राह से गुजर जाता है उस मस्ती को पी के जाता है और तुम्हें धन्यवाद देकर जाता है तो आज तो मैं यही कहूंगा क्योंकि
आज वो वक्त नहीं है बड़ा जमाना बीत गया गंगा का बहुत पानी गुजर गया समुद्र में गिर गया और समुद्र का बहुत पानी वाष्प बनकर फिर गंगा में समा गया वो जमाना गया आज जो जमाना मेरे लिए तो बड़ा खुशहाल है तुम्हारे लिए उस परम से प्रार्थना करता हूं कि काश तुम्हें भी पल दो पल के लिए वह घड़िया नसीब हो जाए बस इतना सा ही चाहता हूं क्योंकि मेरे से ज्यादा अच्छी तरह कौन जानता है अगर तुमने एक पल के लिए भी वो पी लिया फिर तुम भागोगे फिर कुंभ तुम्हारे लिए फके पड़ जाएगा फिर धर्म स्थल तुम्हारे लिए फीके पड़ जाएंगे लड़ाई झगड़े धर्म स्थलों के लिए
तुम्हारे लिए फीके पड़ जाएंगे फिर तुम उसी आनंद की खोज में वही मांगोगे वही वही मांगोगे फिर फिर मांगोगे फिर उठेगी आवाज भीतर से और जरा सीधे दे साकी और जरा सी [संगीत] और और जरा सी दे दे साकी और जरा सी और कैसे रहूं चुप के मैंने पी ही क्या है होश अभी तक है बाकी जब तक होश रहता है तब तक खुमारी संपूर्ण नहीं होती खुमारी तो वो जो तुम परम होश में भीतर से रहो और परम खुमार में बाहर से रहो बुद्धि तुम्हारी खुमारी से ढक जाए और चेतना तुम्हारी चेतन का से खिल जाए अपनी अंतरिम क्वांटिटी में मात्रा में बस उतनी दे बाहर कुछ याद ना
रहे और भीतर कुछ भूल ना पाए यह अद्भुत सूत्र है लेकिन काश तुम सूत्र तक पहुंच सको भीतर कुछ भूलने ना पाए और बाहर कुछ याद करने ना कहो तुम उस स्थिति में आ जाओ और मांगोगे अगर दो पल के लिए मिल गई तो अभी तो होश बाकी है और जरा सी दे दे साकी और जरा सी और पिलाने वाला तो वो है तीर्थ नामा तेस पावे बिन पानी की नाई करें अगर वह नहीं चाहता तो तुम्हें गंगा के जल में संगम की भीतर डुबकी लगानी पड़ेगी जो बेकार है उसका तीर्थ बड़ा प्यारा है बड़ा सुरूर से भरा है और जो घर बैठे पी लेते हैं उन्हें संगमों पर जाने की आवश्यकता
नहीं होती कहां पड़ती है जो संगमों पर जाते हैं यह बताते हैं कि उन्होंने पी नहीं घर पर मिली नहीं रास्ते में और कोई जं नहीं था जहां रुक के वो पी लेता इसलिए संगमों पर जाना पड़ा कैसे रहूं चुप के मैंने पी ही क्या है होश अभी तक है बाकी है और जरा सीधे दिशा की और जरा सी और साइंस बढ़ती जाएगी रस तो खत्म ही हो गया है मेरे हिसाब से जिधर देखता हूं उधर व्यापार ही व्यापार नजर आता है लेबर लगे हैं आध्यात्मिक तक भीतर कचरा ही कचरा है कूड़ा ही कूड़ा गंदगी ही गंदगी भरी पड़े और क्या कहूं तुमसे कि तुम ब बैठे कहां हो गंदगी के ढेर पर बैठे हो
तुम लेवल लगा है आध्यात्मिकता का बखूबी जानता हूं मैं आनंद की वह पुलक तो तुम्हारे भीतर जग नहीं जिस दिन वो जग जाए उस दिन मेरी बातों का सत्य और तथ्य तुम्हें पता चलेगा उससे पहले ये कोरे शब्द हैं भावनाओं में लिपटे हुए हैं सत्य में लिपटे हुए ना काश तुम्हें वो पल नसीब हूं विज्ञान जहां तक पहुंच गया वहां तक पहुंचना नहीं चाहिए था लेकिन इसने अपनी रफ्तार कम नहीं की है जो चंद्रमा पर पहुंच गया और तुमने वह रस पी लिया वही मंगल पर जाकर पी रो मंगल पर कोई नया रस थोड़ी धरा पड़ा बात तो यह है कि रस बाहर है नहीं रस तुम्हारे भीतर
है तुम हो रस तुम तुम तुम रसो वैसा स शब्द को काट दो तुम ही रस हो रस नहीं है इस पड़ाव पर तो तो तम ही आओगे तब जब पहले जानोगे रसो वैसा वह रस रूप है यह अंतिम छोर है उस सत्य का जहां तुम पहुंचते हो के मैं ही रस हूं जिसे भगवान कृष्ण कहते हैं अनन्यास चिंतन तो माम ये जन परस्ते तेशाम भता नाम योग क्म ब हम धन्यवाद हां वो चार थे व चार चले गए जैसे प्राण निकल गया हो मृत शरीर पड़ा है अब तुम्हारे कर्मकांड बचे हैं निभाते रहो अब यह फिरेंगे हाथ में डंडे लिए और इन मूर्खों की इंटरव्यू करते हुए आज ये होने लग गया है और शर्मशार
हूं इन परिस्थितियों पर तुम कहते बाबा चार दिन मैं था झूठ मत बोलो और मुझे बोलने के लिए विवश करो मैं इन चीजों का शौकीन नहीं क्या हां मैं कह दूं कि मैं तुम्हारे साथ था और तुम मेरी पूजा करो यहां आओगे तो मैं तुम्हें मिलूंगा नहीं मुझे भरमानी की जिष्ठा ना करो सबकी मजबूरी है ये डंडे हाथ में उठाए फिरते हैं पापी पेट का सवाल है मैं बखूबी जानता हूं इनके विचारों की मजबूरी है क्या करें शौक बढ़ गए महंगाई बढ़ गई कमाई घट गई है नहीं दुष्टों ने संदूक भर लिया ऐसा ही चलेगा तुम्हारा विज्ञान खोजता रहेगा एक छोटे से बच्चे की बात
बताऊ फिर से बोलना शुरू किया है बस दो मिनट और है फिर अंतिम भजन गा के समाप्ति पम का बाबा चूर्ण लेके आना है जाओ बेटा ले आओ एक पुड़िया ले आए छोटा बच्चा जब उस पुड़िया को खोला व खाली खाली पुड़िया बाबा इसमें है तो कुछ है नहीं दो रुप ले लिए है तो है नहीं कुछ इसमें मैंने कहा दो रप ले इसमें है कुछ है नहीं लाओ दिखाओ मुझे तो मैंने उस पुड़िया को अच्छी तरह से देखा उसके भीतर तो कुछ नहीं था मेरी बात पर हंसना मत यह तुम्हारी जिंदगी की बात कह रहा हूं कुदरती इस बात से भिड़ गई तो मैंने उसके भीतर पैकेट के भीतर हाथ मारा कुछ नहीं
था और बच्चा कहता दो रुप ले लिए भीतर तो कुछ है नहीं मैंने बाहर देखा लिखा था ढूंढते रह जाओगे मैंने कहा बेटा बस ठीक है सही लिखा है यह बड़ा ईमानदार है श्री कृष्ण गोविंद हरे [संगीत] मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेव श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा तु मात स्वामी सखा हमारे पितु मात स्वामी सखा हमारे हे नाथ नारायण वासुदेवा पितु मात स्वामी सका हमारे हे नाथ नारायण वासुदेव सु मात स्वामी सखा हमारे हे नाथ नारायण वासुदेवा यदा यदा ही धर्मस्य गला निर् भवती
भारत अनम [संगीत] अधर्मस्य तत् मानम [संगीत] शम प्रत्र ना साधुनाम विनाशा चतु कृता धर्म सं स्थापना [संगीत] ता संभवामि [संगीत] युग ुग पितु मात स्वामी सखा हमार हे नाथ नारायण वासुदेव पित मात स्वामी सखा हमारे हे नाथ नारायण वासुदेवा श्री कृष्ण गोविंद श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासु देवा हो धन्यवाद
0 Comments